सोमवार, 2 जनवरी 2023

मौत से 6 महीने पहले क्या साइन मिलने आते हैं ?

मौत से 6 महीने पहले क्या साइन मिलने आते हैं ?


मृत्यु पूर्व संकेत ! मौत के पूर्व लक्षण ! अगर ये लक्षण हैं तो गंभीर भाई अब जाने वाला है !

-मृत्यु से कुछ दिन पहले सामने आने वाले ये हैं लक्षण! | मौत से पहले इंसान जो लक्षण दिखाता है

मृत्यु पूर्व संकेत ! मौत के पूर्व लक्षण ! अगर ये लक्षण हैं तो गंभीर भाई अब जाने वाला है !


नमस्कार दोस्तों, मृत्यु जीवन का एक ऐसा बड़ा सच है जिससे कोई इंकार नहीं कर सकता ,सिर्फ एक सूचना के तौर पर लेकिन इससे ज्यादा ले लीजिए इसका मतलब केवल परीक्षा के लक्षण नहीं है, इसलिए मैं आपको डराने की कोशिश करता हूं, यह अपनी प्रक्रिया है, जैसे जन्म की प्रक्रिया में 9 महीने लगते हैं, वैसे ही शरीर बनने के लिए कभी-कभी मृत्यु की अपनी प्रक्रिया होती है। इसमें छह महीने लगते हैं और खासकर अगर आप इसके बारे में थोड़ा सा भी समझ लें,


तब आप इस चीज को पकड़ पाएंगे, सिवाय इसके, लेकिन आपको इस बात का बिल्कुल भी बोध नहीं है क्योंकि कहीं न कहीं आप इसके श्मशान में जान जाते हैं। दफ़न हैं तो पता चलता है कि यहाँ हर कोई मुंशी है तो एक काम करना होगा, अगर जीवन-मरण के बीच में तुम्हें पता चले कि वह तुम्हारे पास है तो शरीर के प्रति बिलकुल बेपरवाह बहुत से लोग नज़र आ जाएँगे, यह देखा जाएगा, लेकिन हम इस सच्चाई से कैसे इनकार नहीं कर सकते कि जो भी आए और बिल्कुल सिर पर खड़ा हो जाए, फिर इस पत्र पर पछतावा हो, कुछ समझें और इससे आने से पहले कुछ तैयारी की जाए, अगर हो सके तो अधिकारी की जांच पूरी करें और जानने की कोशिश करें कि इसके बाद क्या होता है। इसके कई ब्लॉग  आप पढ़  सकते हैं,


 मृत्यु के बाद क्या होता है

इस बारे में मैंने कहा कि अगर मैं अभी शुरू कर चुका हूं तो पहले क्या होता है कि मस्तिष्क जो मृत्यु है, नाभि चक्र में शुरू नहीं होता है लेकिन मुझे लगा कि यह पहले जाना जा सकता है मृत्यु को नाभि चक्र से जाना जा सकता है, अगर हम घ्र ग हम्म ले रहे थे, अगर हम 25 लेते हैं तो हम प्राण को अंदर खींचते हैं, प्राण को खींचने की यह प्रक्रिया लगभग छह महीने पहले उलट जाती है यानी अमित अभी अभी है तो हम करते थे अधिक से अधिक जीवन को खींच कर आगे बढ़ाओ, अब


धीरे-धीरे विरोध करने की प्रक्रिया गुलाबी होने लगती है, इसका अर्थ है जीवन। आप इसे नहीं ले रहे हैं, लेकिन बाहर निकलने वाला प्राण जो आपके अंदर है वह बाहर जा रहा है और क्योंकि यह बाहर जा रहा है, आप अपना पतन शुरू कर रहे हैं, अब धीरे-धीरे अंदर से प्राण शक्ति कम हो रही है, ऐसे लक्षण आपको कुछ राहत देंगे।


व्यक्ति में भी देखा जा सकता है इसके अलावा अगला बिंदु यह है कि समुद्रशास्त्र में उल्लेख मिलता है कि जब मृत्यु आती है तो हथेली में मौजूद रेखाएं वह रेखाएं होती हैं जो हथेली की रेखाएं होती हैं जो ऊपर भारत में बोलती हैं। 

  1. स्पष्ट होने लगा है,

  2. अब ऐसा लगता है कि कोई रेखा कटी हुई है, 

  3. यह हृदय रेखा है,

  4.  यह चंद्र रेखा है, 

  5. यह मस्तिष्क रेखा है, 

  6. यह शनि पर्वत है, 

इन सभी चीजों को देखना मुश्किल हो जाता है। और यह स्पष्ट हो जाता है कि उनका काम अब समाप्त हो गया है। एक तरह से यह इस बात का संकेत है कि अब उनका काम खत्म हो गया है, अगर ऐसा लग रहा है तो आप जान सकते हैं कि हाँ यह बात इस समय होना कोई साधारण बात नहीं है,


 यह एक बड़ी इच्छा है, इसलिए इसे ध्यान से समझें और फिर अब एक रात हटा दें तो सच माना जा सकता है कि अगला लक्षण तंत्र यह है कि जब कोई व्यक्ति मरने के बारे में, यह कुछ समय के लिए आसपास के क्षेत्र में दिखाई देने लगता है इससे पहले कि यह कुछ साल पुराना लगने लगे, विशेष रूप से कई पूर्वज पहले जा चुके हैं।


वे अचानक दिखने लगते हैं कि जो लोग पहले जा चुके हैं वे अच्छे लगते हैं जो लोग आ रहे हैं, जिन्हें आपने पहले कभी नहीं देखा था, वे आपके पास बार-बार आ रहे हैं, इस समय में एक और लक्षण भी है जो आपको बताता है कि लोग आ रहे हैं आपसे कुछ मांग रहे हैं, वे पूरी तरह से अलग हैं। लक्षण होते हैं, आता है और ऐसा लगता है कि जब आप बुलाए जाते हैं तो आप अपने पक्ष में होते हैं, फिर जब आपको लगता है कि मृत्यु निकट है, इसी तरह मिश्रण का उल्लेख गरुड़ पुराण में है कि जब


किसी व्यक्ति की मृत्यु बहुत निकट आ जाती है, तो ऐसे व्यक्ति को अपने पास बैठे व्यक्ति को दिखाई भी नहीं देता, लेकिन उसके बगल में बैठे व्यक्ति का दूध भी दिखाई नहीं देता है। मैंने कहा है कि ऋण साधक मरते समय क्या देखता है, मैंने उसे अपने निजी नंबर से बताया है, इस व्यक्ति का नाम लेकर उसकी दशा, उसकी अंतिम दशा कैसी थी और वह कितना डरा हुआ दिखाई दे रहा था।


वह बहुत डर जाता था और अपनी माँ को बुलाता था, उसका बेटा लगभग आसपास था लेकिन हाँ वह मुझे इस तरह से चलाता था, तो इसके बारे में विस्तार से जानने के लिए वह नेक्स्ट 9 न्यूज़रूम का वीडियो इस तरह देख सकता है तो जैसे मैंने बताया आप कि अगर हिजड़ा आने वाला हो तो यह अहसास हो रहा है कि मौत दिखाई दे रही है तो मौत बहुत करीब है उसी तरह अगर कोई नशा रोग हो, ज्यादा चिंता हो, काम ज्यादा करने से भीतर की सारी नसें कमजोर हो जाएं।


अन्दर से तुम भी जानते हो कि अब अन्दर कुछ भी नहीं रहेगा, अन्दर से खोखला हो गया है। बहुत चिंता है, आप में बहुत कमजोरी है, यह सामान्य रूप से हो सकता है, इसे एक मिथ्या नाम न लें, इसका मतलब है कि हर चीज से संपर्क न करें, लेकिन ऐसा लगता है कि ऐसे लोगों की मृत्यु के समय इस समय।


कुछ समय के लिए इनकी आंखों के सामने बार-बार अंधेरा छा जाता है और यदि ऐसा लक्षण बना रहे तो इसके लिए कुछ प्रयास करना चाहिए। लेकिन ऐसी व्यवस्थाएं गरुड़ पुराण के अनुसार कहलाती हैं, हां, सही बताएं और इस बात की मान्यता भी आपसे साझा करें, ऐसा माना जाता है कि जो रोग अंधकार को ढक लेता है यानी ऐसा रोग आंखों के अंदर आने लगता है।


  • जिसमें चंद्रमा भी दरार जैसा दिखता है,

  •  इसका मतलब है कि चंद्रमा दो टुकड़ों में नहीं है,

  •  लेकिन ऐसे लोग जो मृत्यु के करीब हैं,

  •  उन्हें ऐसा लगता है, कई मान्यताएं हैं, 

  • सब कुछ कितना सच है,

  •  यह कितना सच नहीं है।

  •  मैं इसके लिए कह रहा हूं

  •  लेकिन ऐसा होने की संभावना है

  •  कि कुछ लक्षण ऐसे होते हैं 

  • अगर यह देखा जाए कि जिनकी मृत्यु में सुगंध बची है

  •  तो उन्हें अपनी परछाई खुद से अलग नजर आने लगती है, 

  • कुछ लोगों को सिर नहीं दिखता उनकी छाया की एक व्यवस्था होती है, 

  • छाया उनसे अलग दिखने लगती है,

 वे उनकी छाया का सिर देखें। अगर नहीं तो जान लेना चाहिए कि यह मौत का खेल है, इसके बाद समय आने वाला है, अगला लक्षण क्या है, आयुर्वेद के अनुसार यह भी ऐसा है कि मौत से कुछ समय पहले इंसान के शरीर से एक अजीब सी गंध आने लगती है। शरीर से इस दुर्गंधयुक्त गंध को मृत्युदंड कहते हैं और इस मृत्युदंड के कारण आपने सुना होगा और आपने देखा होगा कि आवारा कुत्ते जो भी होते हैं उन्हें सूंघते हैं क्योंकि सूंघने की शक्ति बहुत तेज होती है तो यह चीज उन्हें पता लगा लेती है कि गंदा और उसके अनुसार, हम उसे संपादित करते हैं


बात करते हैं और उसके अनुसार अपने आप जैसा व्यवहार करने लगते हैं, तो यह मृत्यु के अंदर होता है, गंदगी जैसी चीजें होती हैं और इसमें यह किसी बीमारी या दिल के दौरे के कारण होता है। इस वजह से दिमाग में 45 हो गए, अगर ऐसे किसी कारण से यह पैदा हो जाए तो इसका मतलब है कि कोई चीज इंश्योर्ड नहीं है।


लंबे समय तक रे को बिल्कुल भी नहीं लगाना चाहिए और जल्द से जल्द उपाय करना चाहिए, ये लक्षण हैं कि अब इस व्यक्ति की मृत्यु उस व्यक्ति के पास स्थित राशि का एक लक्षण है अगर व्यक्ति को उसकी नजर न लगे आईने में चेहरा किसी और को आईने में. यदि किसी व्यक्ति को मृत्यु से पहले इसका आभास हो जाता है, उसी प्रकार मनुष्य सूर्य और चंद्रमा से निकलने वाले प्रकाश को नहीं देख सकता है, यह अभिदाता आपके आस-पास एक बार होने वाले प्रकाश को नहीं देख पाता है, यदि ऐसा नहीं होता है, तो ऐसा लगता है कि कुछ समय के साथ-साथ और भी है कि व्यक्ति तेल में पानी में दर्पण है यदि आपका मतलब है कि अब जो समय है उसी तरह निकट है और लक्षण है


कि इस आदत की गति बहुत अधिक है और यदि स्वास्थ्य बहुत छोटा है तो स्वास्थ्य लोक लंबी सांस लेने की कोशिश करेगा तो जहां भी यह लंबी सांस लेने में सक्षम नहीं है, तो यह माना जाना चाहिए कि इस व्यक्ति के पास है उसी तरह समय नहीं बचा।


अगर दो-तीन दिन तक कोई एक ही प्रकार के नथुनों से प्रजनन करता रहे तो यह उसी तरह से सामान्य है। क्या होता है हर 1 घंटे के बाद नासिका जो वैकल्पिक टिप रीडिंग यहाँ से चलती है 1 घंटे बाद यहाँ से चलेगी तो यहाँ से पानी इलेक्ट्रोलाइट अगर इसी तरह मतलब लगातार इसी तरह से अगर सांस इसी गति से चलती रहे तो एक ही अगर इसी तरह चलता रहता है, यह भी मान लेना चाहिए कि यहाँ कोई दीर्घजीवी व्यवस्था नहीं है, इसलिए अभी जो बेसिक सिम्टम्स मैंने आपको बताए हैं, उनमें से आप अपने लोगों के दृश्यों में कई तरह के सिम्टम्स अपने उद्देश्य के लिए पाएंगे। बिलकुल


. आपको डराने की जरूरत नहीं है, आप खुद समझदार हैं, इसकी चिंता न करें, लेकिन बात समझाने के लिए मैंने आपको पुराणों के अनुसार यह बताया है, तो मुझे उम्मीद है कि आप समझ गए होंगे कि ब्लॉग  क्या कहता है, यह बताने के लिए मृत्यु अपरिहार्य है।


बस यही एक चीज है कि हमें इस मौत से खुद को कम करने की कोशिश करनी चाहिए और यह जानना चाहिए कि हमारे भीतर जो कभी नहीं मरता है, हमें उस ज्ञान को प्राप्त करने की कोशिश करनी चाहिए और मुझे उम्मीद है कि आप हमारे सभी प्रयास जरूर करेंगे। इस ब्लॉग में कमेंट करें मेरे चैनल को सब्सक्राइब करें आपका बहुत-बहुत धन्यवाद हमारे बाकी ब्लॉग जो हमने मृत्यु पर अलग-अलग बताए हैं जिन्हें विशेष रूप से देखा जाना चाहिए क्योंकि संघ पश्चिम के पास होने के कारण हम पिछले जन्म में इस बात से भली-भांति परिचित हैं हमने अपनी मौत का सफर भी देखा। वह भी मैंने एक ब्लॉग में डिसाइड किया है आप उसे भी देख सकते हैं धन्यवाद


बहुत बहुत धन्यवाद ब्लॉग को कमेंट करें चैनल को सब्सक्राइब करें



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