सोमवार, 18 दिसंबर 2023

ये Mind tricks समझ लो दुश्मन भी respect करेंगे | How to win friends and influence people

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 ये Mind tricks समझ लो दुश्मन भी respect  करेंगे | How to win friends and influence people  

ये Mind tricks समझ लो दुश्मन भी respect  करेंगे | How to win friends and influence people


ये Mind tricks समझ लो दुश्मन भी respect करेंगे :- साल 2001 में अमेरिका के अंदर एक सर्वे किया गया जिसमें कुछ साइकोलॉजिस्ट ने यह पता लगाने का ट्राई किया कि आखिर क्यों कई लोग दूसरे लोगों से ज्यादा घुलमिल नहीं पाते और ना ही ज्यादा लोगों से वह बात करना पसंद करते हैं तो यह जानने के लिए उन्होंने लोगों से यह पूछा कि अपना कोई ऐसा रीजन बताइए जिससे आप चाहकर भी नए लोगों को अपना दोस्त नहीं बना पाते तो इस पर 45%  लोगों ने यह कहा कि उन्हें नए दोस्त बनाना बहुत मुश्किल काम लगता है 42 % लोगों ने यह कहा कि उन्हें नए लोगों से बातचीत करने में शर्म आती है 

इसी वजह से वह नए दोस्त बनाने की हिम्मत नहीं जुटा पाते पर बाकी जो अल्ट्रा लेजेंड्स लोग थे उन्होंने यह कहा कि हम क्यों किसी से दोस्ती करें अगर किसी को हमसे दोस्ती करनी है तो वह खुद ही हमारे पास आएगा अब इस सर्वे से यह बात तो क्लियर हो गई कि लोगों को फ्रेंड्स बनाने और अनजान लोगों से बातचीत करने में कई प्रॉब्लम्स होती हैं 

लिकिन  वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो बहुत ही इजी वे में सिर्फ कुछ ही बातें करके किसी को भी अपना दोस्त बना लेते हैं क्योंकि उन लोग की सोशल स्किल्स एक अलग ही लेवल पर होती है व जानते हैं कि किससे कब कैसे और किस तरह से बात करनी है और लोग उनसे बहुत आसानी से इन्फ्लुएंस भी हो जाते हैं 

लेकिन आखिर यह सोशल स्किल्स हैं कौन-कौन सी वेल इसका जवाब ढूंढने के लिए आज मैंने एक बहुत ही पॉपुलर बुक की हेल्प ली है इस बुक का नाम है हाउ टू विन फ्रेंड्स एंड इन्फ्लुएंस पीपल बाय डेल कार्नेगी उन्होंने इस बुक में लोगों से कम्युनिकेट करने और नए-नए फ्रेंड्स बनाने के लिए कई ऐसे यूनिक आइडिया शेयर किए हैं जो किसी के भी काम आ सकते हैं व काम आ सकते हैं आपकी सोशल स्किल्स इंप्रूव करने और लगभग हर किसी के सामने आपको स्मार्ट दिखाने में तो चलिए बिना ज्यादा और टाइम लगाए अब सीधा इन्हीं पॉइंट्स पर आते हैं तो पहली सोशल स्किल है 

डोंट फोर्स योरसेल्फ ऑन अदर्स 

कुछ लोगों में आपने एक चीज नोटिस करी होगी वह किसी भी कन्वर्सेशन के बीच में आके अपनी नॉलेज घुसा देते हैं भले ही वह उस बात से रिलेट करें या ना करें बस अपने पॉइंट को प्रूफ करने के चक्कर में वह बहस तक करने के लिए तैयार हो जाते हैं अब ऐसा करके उनको शायद यह लगता है कि वह बहुत ही कूल और नॉलेज वाले इंसान लग रहे हैं और इससे सामने वाला भी उनकी बातों से इपे इंप्रेस हो रहा होगा 

लेकिन ऐसा सच में कुछ होता नहीं है ऐसी बातें सुनकर लोग इंप्रेस होने की जगह सिर्फ बोर और इरिटेट होते हैं और मोस्टली ऐसों को तो लोग अवॉइड करना चाहते हैं यह सोच कर कि यहां आकर यह फिर से अपनी पढ़ाई करेगा क्योंकि देखो कोई भी इंसान हो हर कोई अपने माइंड में अपनी एक सेल्फ हीरो की इमेज लेकर घूमता है एंड ऐसे में अगर हमारे सामने कोई जबरदस्ती ही अपनी तारीफ किया जा रहा है तो जज अ ह्यूमन बीइंग हमको इरिटेशन होगी ही होगी क्योंकि लोग नहीं चाहते कि वह किसी से भी अपने आप को छोटा साबित करते देखें 

इसलिए बहुत जरूरी है कि जब आप किसी दूसरे पर्सन से बातें करो तो सिर्फ अपनी बातें बड़ी करने के लिए उस पर कोई फोर्स मत बनाओ खुद भी बात करो और दूसरों को भी अपनी बात करने का पूरा मौका दो वो भी बिना इंटरप्ट किए और अगर आपको लगता है कि सामने वाला कोई इलॉजिकल बात कर रहा है तो उसे रिस्पेक्टफुली समझाओ उसको असली फैक्ट्स दिखाओ लिकिन कभी भी सामने वाले से आप बहस मत करने लग जाना अगर इस तरह का एटीट्यूड लेकर आप लोगों के साथ रहोगे तो उनको भी ये खुद ही फील हो जाएगा कि आप सबके पॉइंट ऑफ व्यू की कदर करते हो और लोग भी ऐसों के साथ ही रहना ज्यादा पसंद करते हैं जो उनकी और उनकी बातों की कदर करें गिव ऑनेस्ट एंड सिंसियर एप्रिसिएशन रोटी कपड़ा और मकान यह हम इंसानों की सबसे बेसिक नीड्स है 

लेकिन जब एक बार यह तीनों नीड्स पूरी हो जाती है तो इसके बाद फिर एक और बड़ी नीड हमें चाहिए होती है वह है 

दूसरों से तारीफ सुनना देखो लोग चाहे 

कितना भी कहे कि मुझे दूसरों से फर्क नहीं पड़ता लिकिन सच्चाई यही है कि दूसरों से अपनी तारीफ सुनने का हर कोई भूखा है फिर चाहे वह 5 साल का बच्चा हो या फिर 60 साल का कोई बूढ़ा आदमी ही क्यों ना हो हर कोई चाहता है कि उनकी अच्छी चीजों पर लोग उनकी तारीफ करें लेकिन दूसरों की तारीफ करने वाले लोग आपको बहुत कम मिलेंगे 

यहां पर आपको ऐसे लोग ज्यादा मिलेंगे जो दूसरों की छोटी सी भी गलती दिखने पर उसे खूब क्रिटिसाइज करते हैं कई कंपनीज के मैनेजर्स का भी आपने कुछ ऐसा ही बिहेवियर देखा होगा कई मैनेजर्स सिर्फ अपना काम निकलवाने के लिए अपने एंप्लॉयज को क्रिटिसाइज करने का एक भी मौका नहीं छोड़ते पर यह एक बहुत ही गलत चीज है क्योंकि इससे उनको तो कोई फर्क नहीं पड़ पड़ता लिकिन सामने वाले की फीलिंग्लेस भी पोजीशन पर हो अगर आपने किसी की गलती पर उसको क्रिटिसाइज कर दिया है तो एक बार किसी अच्छाई पर उसकी तारीफ भी करके देखो 

आप यकीन मानना उनकी नजरों में आपकी वैल्यू बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी और अब चांस है कि वह आपके उस पहले वाले क्रिटिसिज्म को भी पॉजिटिव वे में ले इसका एक बड़े एग्जांपल आपको देखना है तो आपको मुन्ना भाई एमबीबीएस का वह सीन याद करना होगा इस सीन में आपने देखा होगा कि कैसे क्लीनर अपने काम से बहुत ज्यादा फ्रस्ट्रेशन में आ जाता है 

क्योंकि लोग उसकी मेहनत की जरा भी कदर नहीं करते और उसी जगह से बार-बार जाते हैं जहां से वह सफाई कर रहा होता है मुन्ना भाई जब यह सब देखते हैं तो उनके पास जाते हैं और उनको जादू की झप्पी देकर बोलते हैं तुम बहुत मस्त काम करते हैं मकसूद भाई पेशेंट लोग जब ठीक होता है ना तो सब डॉक्टर को थैंक यू बोलता है तुम साला सबका कचर पट्टी उठाता है तुमको कोई थैंक यू नहीं बोलता मेरे को तुमको थैंक यू बोलने का मकसूद है थैंक यू थैंक यू मकसूद है तो देखा आपने एक छोटा सा एप्रिसिएशन भी लोगों के इमोशंस को कितनी जल्दी बदल सकता है 

अब आप शायद यह कहो कि भाई यह तो मूवी का सीन है ये रियल लाइफ में थोड़ी ना होता है 

तो यह चीज आप खुद पर भी लेकर देख सकते हो कि जब भी आपको किसी काम के लिए थोड़ी सी भी तारीफ मिल जाए तो आप खुद ही फील करते होंग कि वह मोमेंट आपके लिए कितना खास बन जाता है इसलिए भले ही आपसे कोई छोटा है या बड़ा अगर आपको लगता है कि यह इंसान कोई तारीफ के काबिल है है तो उसे आपको एप्रिसिएशन जरूर करना चाहिए इससे ना सिर्फ उनकी नजरों में आपकी वैल्यू बढ़ेगी बल्कि आप बहुत खास हो जाओगे उनके लिए डोंट डायरेक्टली से दे आर रंग इसको एक्सप्लेन करने के लिए एक स्टोरी बताता हूं मैं आपको एक आदमी था 

सूरज नाम का एक दिन उसके घर पर बिजली का बिल आता है लेकिन उस बिल के अंदर बिल का अमाउंट नॉर्मल के मुकाबले कुछ ज्यादा ही होता है अब यह देखकर सूरज तो हैरान हो जाता है अरे रेगुलर बिल भरने के बाद भी इतने पैसे कैसे आ गए यह सोचते हुए वहले इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी को कॉल करता है और चिल्लाते हुए कहता है अरे जब मैंने पहले का बिल भर दिया है तो इतना ज्यादा अमाउंट क्यों दिया आपने ऐसी गड़बड़ी क्यों करते हो आप लोग सूरज के इस तरह से चिल्लाने की वजह से कंपनी का एंप्लॉई इरिटेट हो जाता है और कहता है कि बिल में कोई गड़बड़ी नहीं है आपको इतना ही पे करना होगा 

सूरज उस आदमी की बात सुनकर और गुस्सा हो जाता है और उसको अब्यूड़ोस फिर एक बार कंपनी को कॉल करता है अब इस बार वो वहां के मैनेजर को उल्टा सीधा सुनाता है और फोन रख देता है अब जब सूरज को इस तरह से परेशान होते हुए उसकी वाइफ देखती है तो वो उस कंपनी में अपने फोन से कॉल करती है यहां पर वह बहुत ही पोलाइट वे में बोलती है सर हम अब तक के सारे बिल पे कर चुके हैं फिर इस बार वाला अमाउंट इतना ज्यादा कैसे तो वो एंप्लॉई फिर कहता है कि मैम जो बिल भेजी गई है वही सही है तो फिर वो उस एंप्लॉई से कहती हैं कि शायद आप सही कह रहे हैं

 लेकिन अगर आप इतने बिजी होने के बाद भी मेरे लिए सिर्फ कुछ मिनट्स निकालकर मेरे इस बिल की आप जांच कर लेंगे तो मैं आपकी शुक्र गुजार रहूंगी उनकी बात सुनकर वह एंप्लॉई बिल चेक करने लगता है जिससे उसको यह पता चलता है कि मिस्टेक यहीं से हुई है व उनसे बोलता है आई एम रियली सॉरी गलती हमारे यहां से ही हुई है मुझे और मेरी ट्रीम को प्लीज माफ कर दीजिए हम आपकी यह प्रॉब्लम जल्दी ही सॉल्व करते हैं 

यह छोटी सी स्टोरी इस पॉइंट की तरफ इशारा करती है कि हमें किसी भी इंसान को डायरेक्टली गलत नहीं बोलना चाहिए भले ही उसने एक्चुअल में कुछ गलत किया ही क्यों ना हो क्योंकि जब आप किसी को डायरेक्टली गलत कहते हो तो फिर तो वो अपनी बात को लेकर अड़ ही जाता है एंड देन अपनी इस बात को प्रूव करने की वो पूरी कोशिश करता है 

इसलिए समझदारी इसी में है कि इसके लिए आप पोलाइटिस का सहारा लो पोलाइट वे में बात करना किसी भी आर्गुमेंट से बचने और अपना काम निकलवाने का सबसे कारगर रास्ता है इफ यू आर रॉन्ग एक्सेप्ट इट ऐसे लोग आपने अपनी लाइफ में बहुत देखे होंगे जो गलती करने के बाद भी कभी अपनी गलती एक्सेप्ट ही नहीं करते बजाय इसके वह सामने वाले से लड़ना या बहस करना शुरू कर देते हैं और इससे होता यह है कि दूसरे लोग इस बिहेवियर से और ज्यादा गुस्सा हो जाते हैं देन फिर वह गुस्सा ब्रॉल में बदल जाता है और एक लड़ाई का रूप ले लेता है जो कि अगेन एक बहुत बुरी चीज है अगर आपने सच में ही कोई गलती की है तो चुप होकर उसको एक्सेप्ट कर लेना आपको दूसरों की नजरों में और भी ऊंचा उठा सकता है और ऐसा हो सकता है कि जो इंसान आपसे पहले लड़ झगड़ रहा था वह भी आपका यह बिहेवियर देखकर पोलाइट हो जाए और आपसे आराम से बातें करने लग जाए ऐसा ही कुछ एक बार डेल के साथ भी हुआ था 

एक बार वह पार्क में टहलने के लिए गए और उस पार्क में वो उस टाइम अपने डॉग को भी साथ लेकर आए डेल की आदत थी कि व अपने डॉग को कभी बांधते नहीं थे क्योंकि उनका डॉग हर टाइम उनके साथ ही रहता था लेकिन उस पार्क के गार्ड ने डेल को वहीं रोका और कहा देखिए आपको अपने डॉग को बांध कर रखना चाहिए इतने बड़े पार्क में यह किसी को भी काट सकता है तो गाट की यह बातें सुनकर डेल बोलते हैं अरे आप फिक्र मत करो ऐसा कुछ नहीं होगा मैं इसके गले में इसलिए चैन नहीं बांधता क्योंकि यह मेरे साथ ही रहता है ये किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा डैल अपनी जिद्द पर अड़े रहे और अपने डॉग को चैन ना बांधने के उन्होंने कई रीजंस दे दिए तब गार्ड ने गुस्से में आकर कहा बाहर निकल जाइए यहां से तो डैल को मजबूरन वहां से जाना पड़ा 

लेकिन फिर दूसरे दिन डेल वापस से उस पार्क में गए लेकिन इस बार वो अपने डॉग के गले में चैन लगाकर लाए थे वो गार्ड के पास जाते हैं और कहते हैं आप सही कह रहे थे मुझे चैन लगानी चाहिए थी मैंने आपकी बात और यहां के रूल्स ना मानकर गलती की जब मैं घर गया ना तो मुझे इस बात का बहुत पछतावा हुआ तो अब गार्ड ने उनसे मुस्कुराते हुए कहा अरे नहीं नहीं कोई बात नहीं वैसे भी यह डॉग बहुत क्यूट लग रहा है मुझे लगता है कि शायद यह किसी को काटेगा नहीं कोई जबरदस्ती नहीं है आप चाहो तो इसकी चैन हटा सकते हो तो इस तरह से डैल ने अपनी गलती को एक्सेप्ट किया 

जिसे वो गार्ड भी अपना गुस्सा भुलाकर उससे पोलाइट वे में बात करने लगा वह इसको अपनी लाइफ की एक बड़ी सीख बताते हैं वह बोलते हैं कि अपनी गलती को एक्सेप्ट कर लेना मोस्ट ऑफ द केसेस में आपके लिए समझदारी साबित हो सकती है 

लेकिन यह हमेशा याद रखना कि अपनी गलती को आपको तभी मानना है जब आपको अंदर से लगे कि यस मेरी सच में गलती है क्योंकि कहीं पर अगर आपकी कोई गलती नहीं है लिकिन फिर भी आप दूसरों के सामने गलती मानने को तैयार हो जाओगे तो आप इससे अपनी सेल्फ वैल्यू वहीं पर खो दोगे इसलिए इस बात का खासकर ध्यान रखना तो ये थी गाइस हाउ टू विन फ्रेंड्स एंड इन्फ्लुएंस पीपल की एक क्विक समरी यह कहा जाता है कि एक अच्छा दोस्त पाने के लिए आपको सबसे पहले एक अच्छा दोस्त बनना पड़ता है और इसमें सबसे ज्यादा हेल्प आपकी ये सोशल स्किल्स ही करेंगी 

इसलिए जितना आप अपनी सोशल स्किल्स को इंप्रूव करते जाओ उतना ही लोग आपको और आपके बिहेवियर को दिल से पसंद करेंगे यह पोस्ट अगर आपको पसंद आई हो तो इसको लाइक जरूर करें वैसे अगर आप अभी अपनी यंग एज में हो और कुछ ऐसे लाइफ लेसेंस लेना चाहते हो जो बुढ़ापे तक आपको काम आए तो आपके लिए यह वाली पोस्ट है तो मिलते हैं अपनी उसी पोस्ट में तब तक के लिए स्टे सेफ स्टे हेल्दी टेक केयर


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